कोलकाता/नई दिल्ली
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का पश्चिम बंगाल का दौरा भले ही रद्द हो गया हो, मगर दिल्ली में बैठकर ही चले गए उनके दांव से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को एक बार फिर बड़ा झटका लगा है। कोलकाता से विशेष फ्लाइट से दिल्ली पहुंचे तृणमूल कांग्रेस के तीन बागी विधायकों सहित पांच नेता गृहमंत्री अमित शाह की मौजूदगी में बीजेपी में शामिल हो गए हैं। इन नेताओं में ममता सरकार में मंत्री पद से इस्तीफा देने वाले विधायक राजीव बनर्जी, प्रबीर घोषाल और वैशाली डालमिया प्रमुख हैं। वहीं, हावड़ा के पूर्व मेयर रथीन चक्रवर्ती और पार्थसारथी भी बीजेपी में शामिल हुए हैं। बताया जा रहा है कि रविवार को हावड़ा में होने वाली स्मृति ईरानी की रैली में सभी पांचों नेता बीजेपी का मंच शेयर करेंगे। दरअसल, गृहमंत्री अमित शाह का 30 और 31 जनवरी को पश्चिम बंगाल का दौरा करना था। इस दौरान तृणमूल कांग्रेस सरकार में मंत्री पद से इस्तीफा देने वाले राजीव बनर्जी सहित पांच नेताओं के बीजेपी में शामिल होने का कार्यक्रम तय था। मगर, दिल्ली में बम ब्लास्ट और किसानों के आंदोलन को देखते हुए गृहमंत्री अमित शाह का ऐन वक्त पर दौरा स्थगित हो गया था। बावजूद इसके तृणमूल कांग्रेस के बागी नेताओं की जॉइनिंग पर कोई असर नहीं पड़ा।

विशेष प्‍लेन से दिल्‍ली पहुंचे थे बागी
पश्चिम बंगाल के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुकुल रॉय तृणमूल कांग्रेस के पांचों नेताओं को कोलकाता से शाम चार बजे की विशेष फ्लाइट से लेकर दिल्ली पहुंचे। इसके बाद सभी नेता गृहमंत्री अमित शाह के आवास पर पहुंचे और बीजेपी में शामिल हो गए।

अमित शाह ने मुझे दिल्‍ली बुलाया: राजीव बनर्जी
गौरतलब है कि प्रबीर घोषाल और वैशाली डालमिया को हाल ही में तृणमूल कांग्रेस से निष्कासित किया गया है। बीजेपी में शामिल होने से पहले राजीव बनर्जी ने कहा कि उनकी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से बातचीत हुई है जिन्होंने उन्हें राष्ट्रीय राजधानी बुलाया है। उन्होंने एक बांग्ला समाचार चैनल से कहा, ‘तृणमूल कांग्रेस से मेरे इस्तीफे के बाद मुझे बीजेपी नेतृत्व से फोन आया। अमित शाह ने मुझे दिल्ली आने को कहा। ’ बीजेपी में उनकी संभावित भूमिका के संबंध में पूछे जाने पर बनर्जी ने कहा कि यह पार्टी को तय करना है।

हम असंतुष्टों को सेना की तैनाती कर नहीं रोक सकते: TMC
वहीं, इस पर तृणमूल कांग्रेस की प्रतिक्रिया सामने आई है। वरिष्ठ सांसद और पार्टी प्रवक्ता सौगत रॉय ने कहा, ‘जो लोग छोड़कर गए हैं, उनका कोई लंबा राजनीतिक इतिहास नहीं है और उनमें से अधिकतर को पार्टी में ममता बनर्जी ने शामिल किया था। भविष्य में तृणमूल कांग्रेस सतर्क रहेगी।’ तृणमूल कांग्रेस के अन्य वरिष्ठ नेता और मंत्री सुब्रत मुखर्जी ने कहा, ‘यदि कोई जाना चाहता है तो क्या किया जा सकता है? हम एक बड़ी पार्टी हैं। हम असंतुष्टों को सेना की तैनाती कर नहीं रोक सकते।
 

Source : Agency